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अपनी पत्नी के निधन के बाद आँखों को किया दान, मरके भी दुनिया देख रही है आँखे,

सम्मानीय स्वजन सादर जय श्री कृष्ण सादर नमस्कार 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 स्वर्गीय सम्राट सावन के पिता जी आदरणीय श्री हरिवल्लभजी सावल साहब ✔️✔️✔️✔️✔️ ने अपनी धर्म पत्नी आदरणीय श्रीमती शकुंतला देवीजी सावल बनखेड़ी( जिला होशंगाबाद, म. प्र.) के गोलोकगमन(निधन) होने पर उनके नेत्रदान करने का अनुकरणीय और सराहनीय निर्णय लिया इसके लिए आदरणीय श्री सावल साहब का बहुत-बहुत धन्यवाद आभार उनके इस निर्णय से 6 व्यक्तियो को नेत्रज्योति प्राप्त होगी| नेत्रदान करना अब लोगो की जागरूकता और विज्ञान की उपलब्धियों के कारण अब अपनी मरणोपरांत नेत्रदान करना अच्छे समाज की पहचान बन गयी है, बस आपको अपने जीते जी अपने परिवार जनों में ये प्रन करना है, ताकि आपकी मृत्यूप्रान्त परिवार को साहस मिले। नेत्रदान करने के लिए बहुत सारी संस्था है जिनको बस call करना है ये बिलकुल निःशुल्क सेबा है। @@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@ इस पुण्य कार्य के लिए लायंस क्लब के मनीष शाह व पिपरिया एवं बनखेड़ी की लायन्स क्लब टीम व सभी सहयोगियो का भी बहुत-बहुत आभार जिन्होंने समय पर पहुंचकर उनके नेत्रों का दान कराया। आदरणीय को सादर श्रृद्धाजली ठाकुरजी आपको अपने श्रीचरणो में स्थान दे व परिवार को इस गहन दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे सादर श्रृद्धाजली ओम शांति...ओम शांति...ओम शांति....। आपसे निवेदन है कि आप इस पोस्ट को whatsapp facebook पर ज्यादा से ज्यादा शेयर कर इनके इस कार्य को श्रद्धांजलि दे,,,,,,

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